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Sunday, 17 June 2012

''तारा रानी की कथा ''

     तारा रानी की कथा जागरण का एक मुख्य  भाग है  इसमें माता रानी के उस भक्त की कथा को सुना जाता है जिसको माता रानी ने वरदान दिया है उसकी भक्ति के ऊपर खुश होकर कि आज के बाद तेरी कहानी ही मेरे जागरण को सम्पूर्ण किया करेगी ,जिस जागरण में तेरी कहानी न सुनाई जाएगी वो जागरण मुझे मंजूर नही होगा या कवूल नही होगा ।लेकिन माता रानी  ने किस तारा को वरदान दिया ............?      क्योंकि  तारा तीन हुई है  ।    (1)..इक तारा सत्यवादी  राजा  हरिश्चन्द्र की पत्नी हुई है ।  (2)..इक तारा वानर राज़ वाली की पत्नी हुई है  ।  (3)..इक तारा राजा हरी चन्द की पत्नी हुई है  । किस तारा की कथा जागरण में सुनी जाती है  और माता प्रेमियों संसार में इस बात का पता कैसे चला कि माता रानी ने तारा को वरदान दिया है क्योंकि जब तारा को  वरदान दिया गया था वो किसी भरी सभा में नही दिया गया था उस वक्त केवल तीन ही लोग थे ...एक तारा ..........दूसरा तारा का पति और तीसरा तारा का बेटा   । न तो तारा के पति ने इसका प्रचार किया कि मेरी पत्नी तारा को माता रानी ने वरदान दिया है उसकी कथा जागरण में सुनाई जाए ..............न तो तारा के बेटे ने इसका प्रचार किया .........न तारा ने खुद प्रचार किया कि माता रानी ने मुझे वरदान दिया है मेरी कथा जागरण में सुनाई जाए  । तो संसार में इसका पता कैसे चला        ......................?

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