वो दरवार भी माँ वैष्णो देवी के दरवार से कम नही होता ..........।
जग रूठे पर -
शेरांवाली माता ना रूठे,
जिऊँ मै जब तक ,
मैया का दरवार ना छूटे ......
नैनो की पुतली में माँ-
आपकी ही तस्वीर हो ,
हर घड़ी गुणगान में बीते -
ऐसी मेरी तकदीर हो ......
मेरा आपकी कृपा से -
सब काम हो रहा है ,
करते हो तुम कन्हैया -
मेरा नाम हो रहा है.............
मै करता रहूँ गुणगान -
मुझे दो ऐसा वरदान ,
तेरा नाम ही लेते लेते ,
इस तन से निकले प्राण .....
तू राधे राधे बोल रे-
जन्म अनमोल रे ,
तू हस हस बोल रे ,
जन्म अनमोल रे ...........
भगवान मेरा जीवन-
संसार के लिए हो ,
ये जिंदगी हो लेकिन
गुणगान के लिए हो ....
.
मैया जी कुछ ऐसा ,
इंतजाम हो जाए -
जुवां पे जै माँ जै माँ ,
जै माँ जै माँ हो जाए ...........
दे चरणा दा प्यार मैया जी ,
मैनू रख लै सेवादार-
तेरे दर ते करां नॉकरी ,
बनके चोकीदार....
शेरावाली ने कैसी सौगात देदी ,
जागरण केलिए सारी रात देदी .....
जै राधा रमण बिहारी ,
जै राधा रमण बिहारी---तेरी झाँकी बड़ी हीप्यारी .......
शिव शंकर डमरू वाले ,
मेरा सहारा तू ही है--
लोकां दे लखां सहारे ,
मेरा सहारा तू ही है....
जोतांवाली माँ तेरीआरती गाऊँ ,
आरती गाऊँ तेरी जोत जगाऊँ--
शेरावाली माँतेरी आरती गाऊँ ..........
जै जै बालकनाथ जै बालकनाथ ,
धौलगिरी पर्वत पे,
बाबा बालक दा वसेरा है -
जिथे माता रत्नों बसे ,
कहंदा ओही घर मेरा है ......
बजरंग बली हे बाला जी ,
भगवान तुम्हारी जै होवे --
हे पवनपुत्र हे मारुतसुत ,
हनुमान तुम्हारी जै होवे ....
जोगिया वे जोगिया सुनेहरी जटां वालेया
तू घर भगतां दे आ ...............
पाली माता रत्नों दा बड़ा ही प्यारा लगदा ,
देख देख रूप उसदा बड़ा ही न्यारा लगदा ।
मेरी लाज रखना , मेरी लाज रखना
मेरी रखियो लाज गुरुदेव देव .........
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