जागरण को 3 भागों में विभाजित किया गया है
1..पहला भाग अरदास व् हाजरिओं का भाग कहलाता है । इस भाग में भक्त अपनी -अपनी हाजरी लगाते है ,अरदासा करते है ।ये भाग बड़ा मनोरंजन दायक होता है इसी को देख कर भक्त जागरण को एक मनोरंजन समझ बैठते है लेकिन जागरण मनोरंजन नही मोक्ष दाता है ।
2...दूसरे भाग में उन भक्तों का गुणगान किया जाता है जिन्होंने माता रानी के इस जागरण पंथ द्वारा मोक्ष प्राप्त किया है ।
3....तीसरे भाग में तारा रानी की अमर कथा को सुना जाता है जिसको सुने बिना जागरण सम्पूर्ण नही माना जाता ।
1..पहला भाग अरदास व् हाजरिओं का भाग कहलाता है । इस भाग में भक्त अपनी -अपनी हाजरी लगाते है ,अरदासा करते है ।ये भाग बड़ा मनोरंजन दायक होता है इसी को देख कर भक्त जागरण को एक मनोरंजन समझ बैठते है लेकिन जागरण मनोरंजन नही मोक्ष दाता है ।
2...दूसरे भाग में उन भक्तों का गुणगान किया जाता है जिन्होंने माता रानी के इस जागरण पंथ द्वारा मोक्ष प्राप्त किया है ।
3....तीसरे भाग में तारा रानी की अमर कथा को सुना जाता है जिसको सुने बिना जागरण सम्पूर्ण नही माना जाता ।
No comments:
Post a Comment