शरद नवरात्रों के शुभ अवसर पर '' जागरण एवं भागवत परिवार '' की तरफ से आप सभी को बहुत बहुत
बधाई ...........
जै मातादी ..........।
(1) आज जागरण का स्तर दिन -प्रतिदिन गिरता जा रहा है , आज जागरण को मनोरंजन समझ लिया है लेकिन जागरण मनोरंजन नही है ,जागरण मोक्षदाता है ।किन किन भगतों ने जागरण के द्वारा मोक्ष प्राप्त किया है ............।
(2) अपना जागरण करवाने के लिए मातारानी ने अपने किस भक्त को कहा था और क्यों कहा था ...।
(3) ध्यानूभग्त जी को जागरण में मातारानी ने क्या स्थान प्रदान किया है , वो कहाँ के रहने वाले थे , उनका कौनसा जन्म स्थान है , उन्होंने अपना शीश काटकर क्यों अर्पण किया था ...........।
(4) ध्यानूभग्त जी की अकबर से कैसे और कहाँ भेंट हुई , जहाँ अकबर ने ध्यानूज़ी के घोड़े का शीश काटा था और मातारानी ने घोड़ा जिन्दा किया था वो स्थान आज किस नाम से जाना जाता है ...................।
(5) मातारानी ने किस तारा को वरदान दिया है , किस तारा की कथा जागरण में सुनी जाती है और उस तारारानी की कथा को संसार में किसने प्रचारित किया .............।
हमारा लक्ष्य अपने कार्यक्रमों के द्वारा जागरण महिमा को जन -जन तक पहुँचाना है ।
जै मातादी ।
महन्त त्रिलोक राज गोस्वामी ,
जागरण एवम भागवत परिवार ।
फोन न. +919816806381
website :- www.mahanttrilokgi.blogspot.com
email :-mahant.trilokgi@gmail.com
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