उमा उषा च वैदेही , रमा गंगा इति पंचकम ।
प्रातरेव पठेंनित्यं ,सौभाग्यम वर्धते सदा ।।
उमा , उषा , वैदेही { सीता } रमा {लक्ष्मी } गंगा
जो कोई सुबह उठ कर इन पांच नामो का उचारण
करता है उसके सौभाग्य {जीवन साथी की आयु }की वृद्धि
होती है ।
प्रातरेव पठेंनित्यं ,सौभाग्यम वर्धते सदा ।।
उमा , उषा , वैदेही { सीता } रमा {लक्ष्मी } गंगा
जो कोई सुबह उठ कर इन पांच नामो का उचारण
करता है उसके सौभाग्य {जीवन साथी की आयु }की वृद्धि
होती है ।
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